नागरिक संशोधन अधिनियम को काला कानून बताते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यकर्ताओं ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कानपुर दौरे का विरोध किया वहीं कांग्रेस ने केन्द्र सरकार पर नमामि गंगे परियोजना के नाम पर जनता को बरगलाने का आरोप लगाया और प्रदर्शन किया।
सपा कार्यकर्ता सुबह सबेरे से ही चकेरी हवाई अड्डे समेत शहर के अलग अलग स्थानाे पर जम गये थे। मोदी के आगमन की सूचना मिलते ही सपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। प्रधानमंत्री का स्वागत करने आयी सूबे की मंत्री नीलिमा कटियार और सपा विधायक अमिताभ बाजपेई के बीच तीखी नोकझाेंक भी हुयी।
इस बीच सपा और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई शुरू हो गयी हालांकि पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने हस्तक्षेप करते हुये मामला शांत कर दिया।सपा कार्यकर्ता कैब को काला कानून बताते हुये इसे लोकतंत्र की हत्या बता रहे थे। कार्यकर्ता हाथों में बैनर और पोस्टर लिये हुये थे और 'मोदी गो बैक' के नारे लगा रहे थे।
पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया। बाजपेई ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम काला कानून है जिससे धर्म विशेष के लोगों में भय का माहौल है और देश अशांति तथा अराजकता की ओर बढ़ रहा है। केन्द्र सरकार ने बेरोजगारी, महंगाई, गिरती अर्थव्यवस्था जैसी मूलभूत समस्याओं से मुंह चुराने के लिये इस बिल का सहारा लिया है।